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स्वास्थ्य और स्वच्छता को लेकर अब भारत कितना सजग

3-स्वस्थ और स्वच्छता को लेकर अब 
भारत कितना सजग----

स्वच्छता एव स्वास्थ एक दूसरे के पूरक है जहाँ स्वच्छता वहाँ स्वस्थ जन मन ।वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जब सन 2014 में प्रधानमंत्री पद की सपथ लेने के बाद पहली बार लाल किले से तिरंगा फहराया तब उन्होंने स्वच्छता जागरण के लिये आवाहन किया तत्कालीन लोंगो को लगा कि इतने बड़ी आबादी एव विश्व के बड़े लोकतंत्र का प्रधान मंत्री क्या कहना चाहता है ।लेकिन मोदी जी को महात्मा गांधी के स्वच्छता के सिद्धांत का याथार्त आजाद भारत के प्रधान मंत्री मोदी जी का आवाहन एक सामाजिक क्रांति का शंखनाद था जिसकी सच्चाई को भारतीय जन मानस ने धीरे धीरे स्वीकार किया और परिणाम स्वरूप राष्ट्र का स्वरूप बदलने लगा लोग स्वछता के प्रति सचेष्ट जागरूक हुए जिसके कारण बीमारियां जो गंदगी से  जल लमाव से होती थी उनमें कमी आयी लोंगो की आय का हिस्सा इलाज व्यय पर कुछ कम हुआ एक अनुमान के अनुसार स्वच्छता एक सांस्कार के रूप में स्वीकार करने एव स्वच्छता के प्रति जागरूक एव गंभीर होने के कारण संपूर्ण राष्ट्र में बीमारियों पर होने वाले व्यय में पांच से पंद्रह प्रतिशत की कमी आयी।भारत की पहल पर इक्कीस जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित करना भी जन जन में स्वस्थ के प्रति जागरूकता जागृत किया क्योकि योग निरोग रहने का एक सुगम सरल मार्ग है ।अमीर गरीब कोई भी अपनी दिन चर्या से मात्र आधे घंटे के योग के लिये
देकर बीमारियों से दूर दीर्घायु जीवन व्यतीत कर सकता है।स्वच्छता एव योग के आवाहन एव सांस्कृतिक क्रांति के जन मानस की जगृति स्वच्छ राष्ट्र स्वस्थ राष्ट्र की अवधारणा सिद्धांत का राष्ट्र ने साक्षात्कार किया है और संतोष जनक परिणाम को प्राप्त कर रहे है एव भविष्य में निरंतर आगे और भी अच्छे परिणाम आ सकते है।
कभी कभी ऐसा होता है कि जो काम सीधे सरल तरीको से नही सम्भव हो पाता वह भय करा देता है विगत दो वर्षों से सम्पूर्ण विश्व कोरोना महामारी के चपेट में है इस महामारी से बचने का मूल उपाय स्वच्छता एव शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता है स्वच्छता से संक्रमण का प्रसार रोका जा सकता है तो योग सयंम नियम से शारिरिक प्ररोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है कोरोना कहर ने स्वच्छता योग दोनों के प्रति लोगो मे ग्रहता बढाई है लोग स्वास्थ के प्रति जागरुक एव स्वच्छता के प्रति सजग हुए है।।

नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांम्बर गीरखपुर उत्तर प्रदेश

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4 Comments

Gunjan Kamal

26-Nov-2022 09:50 AM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Sachin dev

18-Nov-2022 04:01 PM

Well done ✅

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Ayshu

18-Nov-2022 06:10 AM

Bahut khub

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